कोविड-कंट्रोल रूम को प्रभावी बनाया जाएगा, कलेक्टर सुबह-शाम डाटा की समीक्षा करेंगे

0

News by- नीरज बरमेचा 

  • कलेक्टर डाड ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया, बैठक लेकर दिए निर्देश

रतलाम 10 सितम्बर 2020/ जिला मुख्यालय पर ई-दक्ष केंद्र में बनाए गए कोविड-कंट्रोल रूम को प्रभावी बनाया जाएगा। कलेक्टर गोपालचंद्र डाड प्रतिदिन सुबह-शाम कंट्रोल रूम से डाटा लेकर समीक्षा करेंगे। कंट्रोल रूम को सुदृढ़ करते हुए डॉक्टरों की टीम होम आइसोलेट तथा क्वॉरेंटाइन मरीजों की वीडियो कॉलिंग से सघन मानिटरिंग करेगी। गुरुवार को कलेक्टर ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। बैठक लेकर नोडल अधिकारियों को दिशा निर्देशित किया। इस दौरान एसडीएम शहर श्री अभिषेक गेहलोत, डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे की मौजूदगी में कलेक्टर द्वारा कंट्रोल रूम पर लगाए गए कंप्यूटर सिस्टम पर डाटा देखा तथा कंट्रोल रूम मॉनिटरिंग की समीक्षा की।

कलेक्टर ने इस दौरान  कंट्रोल रूम से मेडिकल कालेज में भर्ती एक पाजिटिव मरीज को काल करके चर्चा की। उन्होंने विस्तार से कंट्रोल रूम की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। कंट्रोल रूम से मरीजों को किए जाने वाले टेलीफोन कॉल से कितने मरीज को को प्रतिदिन काल जा रहे हैं, कितनी बार कॉल किए जाते हैं, उनको किस प्रकार मदद की जाती है आदि जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेट तथा क्वॉरेंटाइन मरीजों के सुबह-शाम के टेंपरेचर, ऑक्सीजन लेवल तथा पल्स रेट की जानकारी कंट्रोल रूम द्वारा उन्हें दी जाए। कलेक्टर ने कहा कि शीघ्र ही जिले में सैलाना, बाजना, आलोट आदि स्थानों पर कोविड-केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं जहां एसिंप्टोमेटिक मरीजों को रखा जाएगा। कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आवश्यक है कि कंट्रोल रूम प्रतिदिन के डेटा का विश्लेषण करके नतीजे निकाले, जो भी व्यक्ति कंट्रोल रूम पर कॉल करता है उसे उपचार के संबंध में सही सलाह दी जाए।

कलेक्टर द्वारा कंट्रोल रूम प्रभारी को निर्देश दिए गए कि पूरे जिले की रिपोर्ट प्रतिदिन समय सीमा में एकत्र कर उन्हें अवगत कराएं। टेबल फॉर्म में रिपोर्ट कलेक्टर के पास आए जिसका विश्लेषण कलेक्टर द्वारा भी किया जाएगा। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कंट्रोल रूम खासतौर पर सभी प्रकार के मरीजों को फोकस करते हुए उनके स्वास्थ्य की मानिटरिंग करें। प्रतिदिन पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी से कलेक्टर को अवगत कराया जाए। कलेक्टर ने कंप्यूटर पर बैठकर डाटा रिकॉर्ड देखा, डिस्चार्ज किए गए मरीजों की समीक्षा करते हुए सख्त निर्देश दिए कि डिस्चार्ज योग्य मरीज को अनावश्यक हॉस्पिटल में नहीं रखा जाए तत्काल डिस्चार्ज किया जाए। कलेक्टर ने इस बात पर जोर दिया कि जिले में कोरोना प्रसार पर प्रभावी कंट्रोल के लिए स्वास्थ्य विभाग में बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था हो। कलेक्टर ने कहा कि डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन कोविड-कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की इंचार्ज रहेंगी, वे बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था एवं प्रबंधन के लिए जवाबदेही के साथ काम करेंगी।

कंट्रोल रूम की प्रभावी भूमिका के लिए कलेक्टर ने परिसर में बेहतर इंटरनेट व्यवस्था के निर्देश दिए। इसके लिए हेल्पलाइन 181 के टेलीफोन कनेक्शन कंट्रोल रूम पर भी स्थापित किए जाएंगे जिससे जिले भर में बात करने के लिए तेज स्पीड मिलेगी। सीएमएचओ को निर्देशित किया कि उनको कोरोना के संबंध में प्रत्येक समय पूरी जानकारी रहे। इस दौरान कंप्यूटर सिस्टम पर जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने पाया कि डिस्चार्ज मरीजों के संबंध में कंप्यूटर पर व्यवस्थित ढंग से जानकारी संधारित नहीं है। कलेक्टर द्वारा एपिडेमियोलॉजिस्ट डा. गौरव बोरिवाल को निर्देशित किया गया कि वे प्रतिदिन सघन डाटा मानिटरिंग करें।

कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान कहा कि कोविड-कमांड सेंटर पृथक से बनाया जाए, जहां डॉक्टर्स की टीम बैठकर होम आइसोलेट पेशेंट की मानिटरिंग करेगी। डॉक्टर वीडियो कॉल द्वारा स्वास्थ्य का हाल-चाल जानेंगे, पेशेंट को उचित उपचार एवं सलाह देंगे। इस संबंध में कलेक्टर ने कहा कि पुराने कलेक्ट्रेट परिसर ने उचित स्थान पर कोविड-कमांड सेंटर बनाया जाएगा।