कोविड-19 में अवतार के रूप में उभरे मेडिकल कॉलेज पर अनियमितताओं का आरोप, जानिए क्या है मामला…

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News By – विवेक चौधरी & नीरज बरमेचा 

रतलाम। (शनिवार 27 मार्च 2021) गत वर्ष जब कोविड-19 ने अपना विकराल रूप दिखाया उस समय रतलाम का शासकीय मेडिकल कॉलेज एक अवतार के रूप में जिले एवं आसपास की जनता के लिए उभरकर सामने आया था। गत वर्ष करोना वायरस संक्रमण फैलने पर जीएमसी अर्थात शासकीय मेडिकल कॉलेज को रतलाम जिले के लिए कोविड उपचार केंद्र के रूप में प्रशासन द्वारा शुरू किया था। इसके पूर्व यहां पर मात्र शिक्षण कार्य ही चल रहा था। कोविड-19 की वजह से यहां पर उपचार का कार्य भी प्रारंभ हुआ। यद्धपि कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए शासकीय मेडिकल कॉलेज का काफी नाम भी हुआ तथापि मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से कई प्रकार की अनियमितताओं एवं अव्यवस्थाओं की शिकायतें भी सामने आती रही। इसी प्रकार के हालात वर्ष 2021 में कोरोना के दूसरी लहर के समय भी सामने आ रहें है। जैसे ही मार्च माह में जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़नी शुरू हुई, उसके साथ ही जिले के कोविड-19 उपचार केंद्र शासकीय मेडिकल कॉलेज पर अव्यवस्थाओं के आरोप लगना भी शुरू हो गए है।

ताजा प्रकरण कुछ इस प्रकार है कि रतलाम शहर के एक कोरोना संक्रमित जो मेडिकल कॉलेज में उपचाररत थे, का आज उपचार के दौरान निधन हो गया। जिसके पश्चात मृतक के परिजनों के द्वारा मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं एवं अनियमितताओं के आरोप के साथ में विरोध दर्ज किया गया। हंगामा होने पर प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित हुए एवं जाँच का आश्वासन दिया गया। परिजनों का आरोप है कि मृतक की पूर्व में कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी थी एवं मृतक ने फोन पर परिजन को यह भी बताया था कि उनकी दवा गोली बंद कर दी गई है तथा उनकी छुट्टी होने वाली है। लेकिन आज सुबह उनकी मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई तथा यह भी पता चला कि मृतक को कोरोना पॉजिटिव बताया जा रहा है। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया है। इससे मिलता जुलता मामला एक दिन पूर्व का भी है जब सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी के एक नेता का मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान निधन हो गया था। कभी अवतार के रूप के उभरे शासकीय मेडिकल कॉलेज पर इस प्रकार के आरोप चिंता का विषय है। जिस पर जिले के आला अधिकारियों एवं मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को तुरंत ध्यान देना चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो सकें।