प्रोजेक्ट आयुष्मति के तहत बाजना में शिविर आयोजित, गर्भवती माताओ की की गई जांच….

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News By – नीरज बरमेचा

बाजार का महंगा जांच पैकेज आदिवासी बाहुल्य क्षैत्र के लिए उपलब्ध कराया गया

30 ग्राम पंचायतों की 500 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया

रतलाम 09 मार्च 2022/ कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की पहल पर बाजना में प्रोजेक्ट आयुष्मति के तहत सुरक्षित मातृत्व अभियान में शिविर आयोजित किया गया। जिसमें बाजना क्षेत्र की 30 ग्राम पंचायतों की 535 गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया। शिविर मे महिलाओं के लिए संपूर्ण जांच पैकेज उपलब्ध कराया गया। वही जांचे बाजार में की जाने पर काफी खर्च होता है परंतु आदिवासी क्षेत्र में आयोजित उक्त शिविर में सभी जांचे मुफ्त उपलब्ध कराई गई।


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आईटीआई परिसर बाजना में आयोजित शिविर में ब्लड प्रेशर, शुगर, विडाल टेस्ट, हीमोग्लोबिन टेस्ट इत्यादि जांच की गई। आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए। शिविर में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, एसडीएम कामिनी ठाकुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास रजनीश सिन्हा, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे, डीपीएम डॉक्टर अजहर अली, सहायक संचालक अंकिता पंड्या, वनवासी कल्याण परिषद के डॉक्टर उदय यार्दे, पूर्व महापौर डॉ. सुनीता यार्दे, जनपद सीईओ विजय गुप्ता, नारायण मईडा, प्रशांत अग्रवाल, गोविंद डामोर, आयुर्वेद के डॉक्टर चौहान आदि उपस्थित थे।

शिविर में लगभग 20 डॉक्टर्स के द्वारा अपनी सेवाएं दी गई। इनमें गायनोकोलॉजिस्ट भी शामिल थे। इसके अलावा आयुष के डॉक्टर भी सम्मिलित रहे। इस दौरान मेडिकल कॉलेज रतलाम के डॉक्टरों ने भी सेवाएं दी। शिविर में 535 महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। हीमोग्लोबिन की कमी वाली महिलाओं को ब्लड सुक्रोज चढ़ाने की व्यवस्था थी। शिविर में 53 महिलाओं को ब्लड सुक्रोज चढ़ाया गया। 123 महिलाएं हाई रिस्क वाली पाई गई जिनकी विशेष मॉनिटरिंग की जाएगी।

शिविर में दूरस्थ आदिवासी गांवो से गर्भवती माताओं को स्थल तक लाने तथा वापस ले जाने के लिए पांच वाहनों की विशेष रूप से व्यवस्था की गई थी। जिसमें परिवार संस्था द्वारा उपलब्ध कराए गई तीन एंबुलेंस वाहन सम्मिलित है।

इस अवसर पर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि शिविर आयोजन समन्वित प्रयासों का नतीजा है। बाजना क्षेत्र के अलावा आदिवासी बाहुल्य सैलाना क्षेत्र में भी शिविर आयोजित किए जा रहे हैं जिनके लिए समयबद्ध प्रोग्राम तय किया गया है। वनवासी कल्याण परिषद के साथ भी समन्वय किया गया है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की गर्भवती माताओं के लिए प्रशासन द्वारा विशेष इंतजामों के साथ आयोजित किए जा रहे शिविरों का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं तथा शिशुओं की मृत्यु को रोकना है। इसके लिए सभी आवश्यक जांचे उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके बाद निरंतर फॉलोअप लिया जाएगा ताकि महिला स्वस्थ रहे, शिशु भी स्वस्थ पैदा हो।

कलेक्टर ने सफल शिविर आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि प्रोजेक्ट आयुष्मति के तहत सुरक्षित मातृत्व अभियान में आंगनवाड़ी, आशा तथा एएनएम की महती जिम्मेदारी है और हमें उन पर भरोसा है कि वे इस अभियान को पूर्ण रूप से सफल बनाएंगी। कलेक्टर ने कहा कि बाजना के लिए 10 लाख रुपए मूल्य की नई एक्सरे मशीन भी उपलब्ध कराई जाएगी। आदिवासी क्षेत्र के लिए जो भी सुविधा आवश्यक होगी हर संभव रूप से उपलब्ध कराएंगे। इस दौरान पुलिस अधिक्षक अभिषेक तिवारी, डॉ. उदय यार्दे, सुनीता यार्दे, नारायण मईड़ा, सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े ने भी संबोधित किया।


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