News By – विवेक चौधरी
मिशन चंद्रयान का अपनी यात्रा के पौने चार लाख किलोमीटर की यात्रा के अंतिम 2.1 किलोमीटर पूर्व लैंडर विक्रम के सम्पर्क टूटने की घटना की पूरे विश्व मे चर्चा हो रही हैं। भारत सहित अनेक देशों में सोशल मीडिया पर इसरो के इस प्रयास की भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही है। लैंडर विक्रम से सम्पर्क टूटने से उपजे भावुक पलों की चर्चा सब जगह होती रही। वहीं भारत विरोधी पाकिस्तान और कुछ नासमझ मोदी विरोधियों द्वारा इस ऐतिहासिक घटना का उपहास भी उड़ाया जा रहा है। ऐसे में अमेरिका के सुप्रसिद्ध अंतरिक्ष संस्थान नासा के एक ट्वीट ने इसरो के अभियान के बारे में हो रही चर्चा में तहलका मचा दिया।
Space is hard. We commend @ISRO’s attempt to land their #Chandrayaan2 mission on the Moon’s South Pole. You have inspired us with your journey and look forward to future opportunities to explore our solar system together. https://t.co/pKzzo9FDLL
— NASA (@NASA) September 7, 2019
नासा ने इसरो के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि अंतरिक्ष कठिन क्षेत्र है।नासा ने इसरो चंद्रयान 2 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर पहुंचने के प्रयास को भी सराहा। क्योंकि अभीतक कोई भी देश चंद्रमा की इस जगह पर नही पहुँचा है। नासा ने इसरो की प्रशंसा करते हुए आगे लिखा कि आपने हमें प्रेरणा दी है। और इससे भी आगे बढ़कर लिखा कि सौर मंडल के क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं के लिए दोनों साथ मे मिलकर काम करने के प्रति आशान्वित है। इसरो वैज्ञानिक दल और इस अभियान से जुड़े सभी लोगों के लिए नासा का ट्वीट बड़ी सराहना के रूप में देखा जा रहा हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी करोड़ो देशवासियों के साथ इसरो के पक्ष में खड़े है। इसरो के प्रयास देश को गौरान्वित करने वाले रहे है और आगे भी रहेंगे।